ताकि रहे बुनाई ज़िंदा


मेरा ब्लॉग बनाने का ख़ास मकसद यह है की बुनाई की ऊष्मा कम न हो | आज के युग में जब टी.वी., मोबाईल,इन्टरनेट का वर्चस्व है ऐसे में बुनाई जैसे कार्य को दोयम दर्जे का माना जाता है | पर जब से मैंहै इन्टरनेट पर ऊन के विज्ञापन देखे और साईट्स पर डिजाइन देखे साथ ही बुनाई करने वालो का क्रेअटिविटी के है लगाव है तो मुझे लगा कि भारत में भी इस प्रथम दर्जे का बनाना है |

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