पेंटिंग वाला स्वेटर





जब यह स्वेटर बनाया था तब एक बात थी मन में कि स्वेटर पर कोई नैचुरल सीन उकेर दूं | और दिमाग में पेड़ झोंपड़ी जैसी चीजें थी | पर जब बनाने लगी तो और भी पेंटिंग जैसी बातें याद आने लगी | मैंने सभी को ऊन से बनाने की कोशिश की |
यह स्वेटर आश्चर्यजनक रहा | जब बुना गया तो हर सलाई में ११ ऊन के धागे चलते थे |अगला और पिछला हिस्सा सामान रूप से डिजाइनदार बुना गया | वर्धमान की जिस ऊन से बुना गया वो बेहद उम्दा और नर्म थी | ऐसा रंग इस किस्म में दुबारा नहीं आया |
जब पहना गया तब बेहद सराहा गया और जब सरिता की प्रतियोगिता में भेजा गया तब न केवल प्रथम आया बल्कि मुखपृष्ठ पर प्रकाशित हुआ |

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