एक पंजाबी कविता

इक दिल सी टूट्या भजया
लहू विच भिजया
सुइयां नाल भेदया
धाग्या नाल छिलया
रब्ब  ने आके
हत्था नाल चुक्या
मारियाँ फूँका
हौले-हौले
अथ्रुआ नाल
सी दीतिया
सारियाँ सीणा
चुक के ला लिता 
अपणे दिल नाल

पंजाबी कविता 


Comments